लाओत्से कहता है, इस अखंड शक्ति का उपयोग करो। इस स्त्रैण रहस्य का उपयोग करो।
― और इसकी सहज सेवा उपलब्ध होती है।’
तुम्हें पता भर होना चाहिए , हाऊ टु यूज इट; एंड यू गेट इट। सिर्फ पता होना चाहिए, कैसे उपयोग करो; और सहज सेवा उपलब्ध होती है। क्योंकि यह द्वार जो है स्त्रैण, यह तैयार ही है अपने को देने को; तुम भर लेने को राजी हो जाओ।
―यूज जेंटली विदाउट हद टच ऑफ पेन, लांग एंड अनब्रोकेन इज इट्स पावर रिमेन।’
थोड़ी भद्रता से, यूज जेंटली, थोड़े भद्र रूप से इसका उपयोग करो।
ध्यान रहे, जितने आप भद्र होंगे, उतने आप स्त्रैण हो जाएंगे। जितने आप पुरुष होंगे, उतने अभद्र हो जाएंगे। इसलिए अगर पुरुष बहुत भद्र होने की कोशिश करेगा, तो उसमें पुरुष का तत्व कम होने लगेगा। इसलिए एक बड़ी अद्भुत बात घटती है; जैसे अमरीका में आज हुआ है। आज अमरीका में नीग्रो, काली चमड़ी वाले आदमी से सफेद चमड़ी वाले आदमी को जो भय है, वह भय सिर्फ आर्थिक नहीं है, वह भय सेक्सुअल और भी ज्यादा है। सफेद चमड़ी का आदमी इतना भद्र हो गया है कि वह जानता है कि अब सेक्सुअली अगर नीग्रो और उसके सामने चुनाव हो, तो उसकी पत्नी नीग्रो को चुनेगी। जो घबड़ाहट पैदा हो गई है, वह घबड़ाहट यह है। क्योंकि वह नीग्रो ज्यादा पोटेंशियली सेक्सुअल मालूम पड़ता है। वह अभद्र है, जंगली है। जंगली पुरुष में एक तरह का आकर्षण होता है पुरुष का।
वाइल्ड , तो एक रोमांटिक, एक रोमांचकारी बात हो जाती है। बिलकुल भद्र पुरुष को…बिलकुल भद्र पुरुष स्त्रैण हो जाता है।
लाओत्से कहता है, यूज जेंटली,भद्ररूपेण, अगर उपयोग किया। एंड विदाउट दि टच ऑफ पेन।
ध्यान रहे, यह थोड़ा समझने जैसा है। पुरुष जब भी स्त्री को छूता है, तो बहुत तरह के दर्द उसको देना चाहता है, बहुत तरह के पेन।असल में, पुरुष का जो प्रेम है, मेथडोलाजिकली–विधि की दृष्टि से–स्त्री को सताने जैसा है। अगर वह ज्यादा प्रेम करेगा, तो ज्यादा जोर से हाथ दबाएगा। अगर चुंबन ज्यादा प्रेमपूर्ण होगा, तो वह काटना शुरू कर देगा। नाखून गड़ाएगा। पुराने कामशास्त्र के जो ग्रंथ हैं, उनमें नखदंश की बड़ी प्रशंसा है, कि वह पुरुष ही क्या जो अपनी स्त्री के शरीर में नख गड़ा-गड़ा कर लहू न निकाल दे! प्रेमी का लक्षण है, नखदंश। फिर प्रेमी अगर बहुत कुशल हो, जैसा कि मार्कस-डी सादे था। तो नाखून काम नहीं करते, तो वह साथ में छुरी-कांटे रखता था। जब किसी को प्रेम करेय, तो थोड़ी देर नाखून; और फिर नाखून जब काम न करे, तो छुरी-कांटे!
पुरुष का जो प्रेम का ढंग है, उसमें हिंसा है। इसलिए वह जितना ज्यादा प्रेम में पड़ेगा, उतना हिंसक होने लगेगा। इस बात की संभावना है कि अगर पुरुष अपने पूरे प्रेम में आ जाए , तो वह स्त्री की हत्या कर सकता है–प्रेम के कारण। ऐसी हत्या हुई हैं। और
अदालतें बड़ी मुश्किल में पड़ गईं, क्योंकि उन हत्याओं में कोई भी दुश्मनी न थी। अति प्रेम कारण था। इतने प्रेम से भर गया वह,
इतने प्रेम से भर गया कि दबाते-दबाते कब उसने अपनी प्रेयसी की गर्दन दबा दी, वह उसे पता नहीं रहा।
लाओत्से कहता है, यूज जेंटली। यह परम सत्य के संबंध में वह कहता है की बहुत भद्रता से व्यवहार करना। एंड विदाउट दि टच ऑफ पेन। और तुम्हारे द्वारा अस्तित्व को जरा सी भी पीड़ा न पहुंचे। तो ही तुम, तो ही तुम स्त्रैण रहस्य को समझ पाओगे।
"ओशो ताओ उपनिषद"
Laotse says, use this unbroken power. Use this feminine secret.
- and its smooth service is available. '
You should know, how to use it; And you get it. Just need to know how to use; And smooth service is available. Because this door which is feminine, it is ready to give itself; Get ready to fill you up.
'Use Gentleless HD touch of pain, long and unbroken is its power woman.'
Use it with a little gentleness, use Gentle, a little gentlely.
Keep in mind, the more you are gentle, the more feminine you will be. The more men you are, the more vulgar you become. Therefore, if a man tries to be very gentle, then the male element will start to decrease in him. Therefore a very amazing thing happens; Like it has happened in America today. Today in America, the fear of a Negro, a man with a black skin, a fear of a white skinned man, is not just economic, that fear is even more sexual. The white skinned man has become so gentle that he knows that if there is a sexily negro and a choice before him, then his wife will choose the negro. The panic that has arisen is this panic. Because that negro seems to be more potent sexually. He is indecent, wild. There is a kind of attraction in a wild man.
Wilde, then a romantic, becomes a thrilling thing. Absolutely gentle man… Absolutely gentle man becomes feminine.
Laojtse says, Use Gentle, Bhadarupane, if used. And without the touch of pain.
Remember, this is like understanding a little. Whenever a man touches a woman, he wants to give her a lot of pain, a lot of pain. Actually, the love of a man, in a methodological way - is like torturing a woman. If he loves more, he will press his hand harder. If the kiss is more loving, it will start biting. Will nail it. There is great appreciation of Nakhdans in the texts of old Kamasastra, that what is the man who does not tear blood in his woman's body and remove the blood! The symptom of a lover is nostalgia. Then the lover if very efficient, as Marcus-dee was plain. If the nails did not work, then he used to keep knife and thorns together. When you love someone, nail for a while; And then when the nail does not work, then cut the knife!
There is violence in the man's way of love. Therefore, the more he falls in love, the more violent he will become. There is a possibility that if a man falls in love with all his love, he can kill the woman - because of love. Such murders have taken place. And
The courts were in great trouble because there was no enmity in those murders. Extreme love was the reason. He was filled with so much love,
He was so filled with love that when he pressed his beloved's neck, he did not know.
Lao Tzu says, Use Gentley. In relation to this supreme truth, he says to behave very disparagingly. And without the touch of pain. And don't let your existence suffer at all. Only then you, only then you will be able to understand the feminine mystery.
"Osho Tao Upanishad"
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