―सर्वथा अविच्छिन्न है। इसकी शक्ति अखंड है।’
कितनी ही शक्ति इस शून्य से निकाली जाए , वह चुकती नहीं है, वह समाप्त नहीं होती है। पुरुष चुक जाता है, स्त्री चुकती नहीं है।
पुरुष क्षीण हो जाता है, स्त्री क्षीण नहीं होती।
साधारणतया जिसे हम स्त्री कहते हैं, वह भी पुरुष से कम क्षीण होती है। और अगर किसी स्त्री को स्त्रैण होने का पूरा राज मिल
जाए , तो वह अपने वार्धक्य तक अपरिसीम सौंदर्य में प्रतिष्ठित रह सकती है। पुरुष का रहना बहुत मुश्किल है। पुरुष तूफान की तरह आता है और विदा हो जाता है। स्त्री को अगर उसका ठीक मातृत्व मिल जाए , तो वह अंतिम क्षण तक सुंदर हो सकती है। और पुरुष भी अंतिम क्षण तक तभी सुंदर हो पाता है, जब वह स्त्रैण रहस्य में प्रवेश कर जाता है। कभी! कभी-कभी ऐसा होता है।
इसलिए मैं एक दूसरा प्रतीक आपसे कहूं। हमने बुद्ध, राम, कृष्ण या महावीर के बुढ़ापे के कोई भी चित्र नहीं बना हैं। सब चित्र युवा
हैं। यह बात एकदम झूठ है। क्योंकि महावीर अस्सी वर्ष के होकर मरते हैं; बुद्ध अस्सी वर्ष के होकर मरते हैं; राम भी बूढ़े होते हैं, कृष्ण
भी बूढ़े होते हैं। लेकिन चित्र हमारे पास युवा हैं। कोई बूढ़ा चित्र हमारे पास नहीं है। वह जान कर; वह प्रतीकात्मक है।
असल में, जो व्यक्ति इतना लीन हो गया अस्तित्व के साथ, हम मानते हैं, अब वह सदा ही यंग और फ्रेश, ताजा और युवा बना रहेगा।
भीतर उसके युवा होने का सतत सूत्र मिल गया। अब वह अविच्छिन्न रूप से, अखंड रूप से अपनी शक्ति में ठहरा रहेगा।
―इसका उपयोग करो।’
लाओत्से कहता है, इस अखंड शक्ति का उपयोग करो। इस स्त्रैण रहस्य का उपयोग करो।
"ओशो ताओ उपनिषद"
Sarvatha is uninterrupted. Its power is unbroken. '
No matter how much power is extracted from this zero, it does not repay, it does not end. The man is paid, the woman is not paid.
The male is emaciated, the female is not emaciated.
Generally, what we call a woman is also less harmful than a man. And if a woman gets the full secret of being feminine
If known, she can remain iconic in infinite beauty till her growth. It is very difficult for a man to live. The man arrives like a storm and departs. If a woman gets her right motherhood, then she can be beautiful till the last moment. And the man also becomes beautiful till the last moment, when he enters the feminine mystery. sometimes! Sometimes it happens.
So, let me tell you another symbol. We have not made any pictures of Buddha, Ram, Krishna or Mahavira of old age. All pictures young
Huh. This is a lie. Because Mahavira dies at the age of eighty; Buddha dies at the age of eighty; Ram is also old, Krishna
Are also old. But the pictures we have are young. We do not have any old pictures. Knowing that; He is symbolic.
In fact, the person who became so absorbed with existence, we believe, will always remain young and fresh, fresh and young.
A continuous source of his youth was found within. Now he will remain in his power, uninterruptedly.
use it. '
Laotse says, use this unbroken power. Use this feminine secret.
"Osho Tao Upanishad"
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