लाओत्से कहता है कि अगर हम लोगों के ध्यान आकर्षित न करें, तो लोग परम शांति में जी सकते हैं। और ये जो
एक्झिबीशनिस्ट, प्रदर्शनकारी हैं, रुग्ण हैं। क्योंकि जो तुम्हारे पास है, उसे भोगना तो स्वस्थ है, उसे दिखाना रुग्ण है। इसे थोड़ा समझ
लें। जो मेरे पास है, उसे अनुग्रहपूर्वक भोगना तो स्वस्थ है; लेकिन उसे दिखाए फिरना रुग्ण है, बीमार है। असल में, दिखाता वही
फिरता है, जो भोग नहीं पाता। जो भोग लेता है, उसे दिखाने की जरूरत नहीं रह जाती। जिस चीज को आप भोग सकते हैं, उसे आप
दिखाते नहीं फिरते। जिसको आप भोग नहीं सकते, उसे आप दिखाते फिरते हैं। सभी तलों पर एक्झिबीशन जो है…।
कोई भी प्रयोजन नहीं है। लेकिन कहीं कोई बात है, कहीं कुछ मामला है। और वह मामला यह है कि जिस चीज को हम भोगने में
असमर्थ होते चले जाते हैं, उसको हम प्रदर्शन करने लगते हैं। जिस चीज को हम भोग लेते हैं, उसको हम प्रदर्शन नहीं करते। जो
आदमी बहुत मजे से, आनंद से खाना खा लेता है और पचा लेता है, वह चर्चा नहीं करता फिरता कि उसके घर में आज क्या बना। वह
पार्टियां नहीं देता कि लोग देखें।
लाओत्से कहता है, ध्यान आकृष्ट न किया जाए लोगों का उस तरफ, जो न्यून है, जो व्यर्थ है, जिसका कोई आंतरिक मूल्य नहीं, तो
लोग उद्विग्न न हों, अनुद्विग्न रहें। और लोग अनुद्विग्न रह जाएं, तो उनके जीवन में दूसरी ही यात्रा शरूु हो जाती है। उद्विग्नता ले
जाती है संसार में, अनुद्विग्नता ले जाती है परमात्मा में ।
"ओशो ताओ उपनिषद"
Lao Tzu says that if we do not attract people's attention, then people can live in absolute peace. And this
Exhibitionists are protesters, sick. Because it is healthy to eat what you have, it is sick to show it. Understand it a little
Take it. It is healthy to enjoy what I have with grace; But she is ill, showing her sick. Actually, the same shows
Wanders, who does not enjoy. There is no need to show the one who enjoys it. The thing that you can enjoy, you
Do not walk around. You keep on showing what you cannot enjoy. Exhibition on all floors is….
There is no purpose whatsoever. But somewhere there is a matter, somewhere there is a matter. And that is the case that we are able to enjoy
We go on becoming unable, we start performing it. We do not perform the thing that we enjoy. that
The man very happily, eats and digs with pleasure, he does not discuss what happened in his house today. She
The parties do not let people see.
Lao Tzu says, attention should not be drawn to the side of the people, which is low, which is waste, which has no intrinsic value, then
People should not be anxious, be observant. And if people remain unaware, then the second journey in their life starts. Have a fist
Goes into the world, ignorance leads to God.
"Osho Tao Upanishad"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें