लाओत्से बहुत गहरी दृष्टि है उसकी, वह कहता है, दुर्लभ पदार्थो को महत्व न दिया जाए । दुर्लभ पदार्थो में से अर्थ है, जो भी न्यून है, उसे महत्व न दिया जाए , तो लोग बेईमान न हों, चोर न हों । चोरों को दंड देने से चोरी नहीं रुकेगी, और दस्युओं को मार डालने से दस्यु नहीं मरेंगे, और बेईमानों को नर्क में डालने का भय देने से बेईमानी बंद न होगी। वह कहता है, न्युन पदार्थो को मूल्य न दिया
जाए , दुनिया से बेईमानी समाप्त हो जाएगी ।
ध्यान रहे, न्यून चीजों को पाने के लिए स्वयं को बेचना पड़ता है। श्रम से नहीं मिलेगी वे । कोई नहीं सोेच सकता की मैं रोज आठ घंटे ईमानदारी से श्रम करूं, तो किसी दिन मेरी पत्नी के गले में कोहनूर का हीरा होगा। यह बुद्ध भी नहीं सोेच सकते, महावीर भी नहीं सोेच सकते, कोई नहीं सोे सकता। दुनिया का भले से भला आदमी भी यह दावा नहीं कर सकता की सादगी और सरलता से जीवन चलाते हुए किसी दिन कोहनूर हीरा मेरी पत्नी के गले में पहुंच जाएगा। यह उपाय ही नहीं है कोई कोहनूर के गले में पहुंचने का। कोहनूर तो उसके गले में पहुंचेगा, जो लाखों गलों को काटने को तैयार हो। क्योंकि एक हीरा और चार अरब लोगों के मन में आकांक्षा जग आई हो, तो यह सरल नहीं हो सकती बात।
लाओत्से के इस सूत्र का अर्थ यह है कि जीवन, मात्र जीवन के लिए बेईमानी आवश्यक नहीं है। मान्यता है, जरूरी नहीं है। लेकिन
जीवन में जो हम न्यून चीजों को मूल्य देते हैं, उससे सारी बेईमानी का जाल फैलता है।
"ओशो ताओ उपनिषद"
Laotse has a very deep vision, he says, not to give importance to rare substances. Out of the rare substances, meaning whatever is inferior is not given importance, then people should not be dishonest or thieves. Punishing the thieves will not stop the theft, and killing the bandits will not stop the bandit, and fear of putting the unscrupulous to hell will not stop dishonesty. He says, value is not given to new substances
Go, the world will be eliminated from dishonesty.
Keep in mind, you have to sell yourself to get low things. They will not get it through labor. No one can think that if I labor sincerely for eight hours every day, then someday there will be a diamond in my wife's neck. Even this Buddha cannot think, even Mahavira cannot think, no one can sleep. Even the best man of the world cannot claim that someday the Cohnoor diamond will reach my wife's neck while leading a life of simplicity and simplicity. There is no way to reach Kohanoor's neck. Kohanoor will be in his throat, ready to cut millions of mistakes. Because one diamond and four billion people have aroused aspirations in the mind, it cannot be easy.
The meaning of this formula of Lao Tzu is that dishonesty is not necessary for life alone. Recognition is not necessary. but, What we value in life is a net of dishonesty.
"Osho Tao Upanishad"
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