अहंकार वस्तु नहीं है। लाओत्से के हिसाब से अहंकार एक घटना है। और घटना भी कहना ठीक नहीं, ज्यादा ठीक होगा: सीरीज
ऑफ ईवेंट्स, घटनाओं का एक क्रम। कहीं से भी क्रम तोड़ दिया जाए , तो घटना अभी टूट सकती है। सच बात यह है कि हम उसे नई
गति और नई शक्ति न दें।
हम उसे शक्ति और गति देते कैसे हैं ? हमारी व्यवस्था क्या है ?
हमारी व्यवस्था यह है कि हम चौबीस घंटे इसी कोशिश में रहते हैं, कैसे अहंकार को ज्यादा तेल मिल जाए । तेल देने के कई रास्ते हैं। जो बड़े से बड़ा रास्ता है, वह यह है की लोगों का ध्यान मेरी तरफ आकर्षित हो। अहंकार के लिए जो बड़े से बड़ा तेल है, वह है लोगों का ध्यान मेरी तरफ आकर्षित हो, लोग मेरी तरफ देखें। इसलिए राजनीति इतनी प्रभावी हो जाती है। और दुनियां इतनी धीरे-धीरे राजनैतिक होती चली जाती है। उसका कारण है कि राजनीति जितने जोर से चित्त को लोगों को आकर्षित करवा लेती है, उतनी और कोई चीज आकर्षित नहीं करवा पाती।
अगर अहंकार को विसर्जित करना है, तो दूसरा उपाय है: दूसरे पर ध्यान दें। इसलिए जब भी आप कभी दूसरे पर ध्यान देते हैं, तो आपको बहुत हलकापन लगता है। जिसको हम प्रेम कहते हैं, वह कुछ और नहीं है, वह दूसरे पर ध्यान देना है। जब आप किसी के प्रेम में होते हैं, तो मन बहुत हलका मालूम पड़ता है। जिसको आप प्रेम करते हैं, वह आपके पास होता है, तो आप बिलकुल निर्भार हो गए होते हैं। पंख लग जाते हैं, आकाश में उड़ जाएं ,पंख फैल जाएं। क्यों ? क्योंकि जिससे आप प्रेम करते हैं, उसको आप ध्यान देते हैं। स्थिति बदल जाती है। आप ध्यान देते हैं। एक नए तरह की केयरिंग , एक दूसरे की तरफ ध्यान देने की चिंता पैदा होती है।
मां जब अपने बेटे पर ध्यान दे रही होती है, तब अपने को बिलकुल भूल गई होती है। क्योंकि ध्यान जो है, वह वन वे ट्रैफिक है। या तो आप अपने पर ध्यान दे सकते हैं, या दूसरे पर ध्यान दे सकते हैं। जब आप दूसरे पर देते हैं, तो आप भूल गए होते हैं। जब अपने पर दे रहे होते हैं, तो दूसरा भूल गया होता है।
"ओशो ताओ उपनिषद"
Ego is not an object. According to Laotse, ego is a phenomenon. And the incident is also not right to say, it would be better: Series
Off events, a sequence of events. If the order is broken from anywhere, then the event can still break. The truth is that we
Do not give speed and new power.
How do we give him strength and speed? What is our system?
Our system is that we live in this effort twenty-four hours, how the ego gets more oil. There are many ways to deliver oil. The biggest way is to get people's attention. The biggest oil for ego is to attract people's attention, people should look at me. That's why politics becomes so effective. And the world keeps getting political so slowly. It is because of the fact that politics does not attract the mind as much as it attracts people.
If the ego is to dissolve, then there is another way: pay attention to the other. So whenever you pay attention to another, you feel very light. What we call love is nothing else, it is to focus on the other. When you are in love with someone, the mind seems very light. If the person you love is with you, then you have become completely weightless. Wings are made, fly in the sky, wings spread. Why? Because you pay attention to the person you love. The situation changes. You pay attention. A new kind of caring, attention to one another creates anxiety.
When the mother is paying attention to her son, then she has forgotten herself completely. Because meditation is one-way traffic. You can either pay attention to yourself, or focus on the other. When you bestow on another, you are forgotten. When giving on oneself, the other is forgotten.
"Osho Tao Upanishad"
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