New science will be born - according to Laotse's understanding. And the understanding of Lao Tzu which, if we understand properly, Lao Tzu means the brain of the East, the Eastern Mind. Laotse's understanding means the Eastern mind, this is the way the East thinks.
Aristotle means the way of thinking of the West.
If we say, the way of thinking of the West means logic, the way of thinking of the East means feeling. One The science which has stood up so far is objective, standing by the search of Aristotle. With Lao Tzu, with yoga, with Patanjali and Buddha, will there ever be any science, then it will be through the search of the human mind, not by the discovery of Aristotle.
Osho Tao Upanishad
नए विज्ञान का जन्म होगा–लाओत्से की समझ के अनुसार । और लाओत्से की समझ जो है, अगर ठीक से हम समझें, तो लाओत्से का मतलब होता है पूरब का मस्तिष्क, दि ईस्टर्न माइंड । लाओत्से की समझ का अर्थ होता है पूर्वीय मन, पूरब के सोेचने का ढंग यह है। अरस्तू का मतलब होता है पश्चिम के सोेचने का ढंग।
अगर हम कहें, पश्चिम के सोेचने के ढंग का अर्थ होता है तर्क, पूरब के सोेचने के ढंग का अर्थ होता है अनुभूति। एक विज्ञान अब तक जो खडा हुआ है, वह ऑब्जेक्टिव है, अरस्तु की खोज-बीन से खडा हुआ है। लाओत्से के साथ, योग के साथ, पतंजलि और बुद्ध के साथ कभी कोई विज्ञान खडा होगा, तो वह मनुष्य के मन की खोज से होगा, अरस्तु की खोज से नहीं।
ओशो ताओ उपनिषद
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